यूपी के बाराबंकी में कोरोना वायरस से बचने के लिए जिला प्रशासन द्वारा किया गया मॉकड्रिल खुद उसके गले की हड्डी बन गया है. सोशल मीडिया पर मॉकड्रिल का वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. ये वायरल वीडियो गुरुवार हुए मॉकड्रिल का था, जो जिला प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस से बचने और संक्रमित मरीज को आइसोलेट करने के लिए लिए किया गया था.
पुलिस के मुताबिक, कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा इस वीडियो को खूब वायरल किया गया और ये प्रचार किया गया कि बाराबंकी में चेकिंग के दौरान कोरोना वायरस का पॉजिटिव मरीज मिला. जब ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो जिले से लेकर पूरे सूबे में हड़कंप मच गया. वहीं, जिलाधिकारी ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
.@BarabankiD व #barabankipolice अधीक्षक द्वारा देवा तिराहा बाराबंकी में नोवेल कोरोना वायरस #COVID2019 की रोकथाम हेतु मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया एवं सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए। 1/2@Uppolice @adgzonelucknow @igrangeayodhya @News18UP
इस वायरल वीडियो में मॉकड्रिल के दौरान दिखाया गया कि दिल्ली से आ रही एक कार को बाराबंकी के पटेल तिराहे पर रोक गया. उसमें बैठी सवारी को जिला प्रशासन और पुलिस टीम ने रोककर उतारा तो उसमें एक व्यक्ति को खांसी आ रही थी. स्क्रीनिंग की गई तो बुखार तेज था. मॉकड्रिल में तुरंत बीमार व्यक्ति को मास्क लगाकर एम्बुलेंस से जिला अस्पताल भेजा गया, जिसके साथ-साथ डीएम आदर्श सिंह, पुलिस अधीक्षक और सीएमओ रमेश चंद्र भी मौजूद थे.
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बाराबंकी में एक भी मामला नहीं
वीडियो वायरल होने के बाद बाराबंकी के डीएम ने ट्विटर पर कई लोगों पर अफवाह फैलाने का मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है. डीएम ने कहा कि जिले में अभी तक एक भी मरीज कोरोना पॉजिटिव नहीं मिला है, इसलिए अफवाहों से बचें. पुलिस ने अपने बयान में कहा कि ये वायरल वीडियो मॉकड्रिल का था. अगर कोई व्यक्ति इस वीडियो का गलत प्रचार करता है तो उस पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.